आज की ज़रूरत को समझते हुए इस अवसर का पूर्ण रूप से प्रयोग करने हेतु महिला सशक्तिकरण के लिए भी आवाम को प्रोत्साहित किया| जज़्बा, उत्साह, साहस, जागरूकता, व प्रयास - सभी का बराबरी से आयोजन को सफल बनाने में उपयोग लिया गया | " गर्ल फोर्स: अलिखित व अजेय" के उद्देश्य पर यह रोड शो केंद्रित रहा | दर्शाया गया निरूपण सुनाये गए से ज़्यादा प्रभावी होता है, और 11 अक्टूबर को मनाये जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को दर्शाया गया | कलाकारों ने चिन्हित करते हुए कई प्रस्तुति पेश की जिनमे कन्या भ्रूण हत्या, लिंग आधृत भेदभाव का रूपांतरण करते हुए लोगो को असलियत से अवगत कराया | दबी हुई सभी आवाज़ों को एक मंच प्रदान किया गया | दर्शकों ने भी रोडशो में पूर्णतः सहभागिता निभाई व उन्हें भी एहसास हुआ। समाज में बढ़ती कुरूतियों का अंत करना होगा | कई अनकही अनसुनी कहानियां भी इस माध्यम से बयान हुई.
रोडशो में अर्पित अग्रवाल व अमित अग्रवाल डायरेक्टर जे ई सी आर सी एवं ओ.पी. जैन डायरेक्टर सामाजिक उपक्रम जे ई सी आर सी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान किया व इसे सफल बनाने में सहयोग दिया | ऐसे ही कदमों से सुहासिनी निरंतर प्रयास करता हैं समाज में समानता लाने के लिए.