स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया फॉर द डिसएबल के तत्वाधान में तीन दिवसीय अखिल भारतीय दिव्यांग कबड्डी प्रतियोगिता का रंगारंग शुभारम्भ

 

-भारत में पहली बार पुष्पकर में आयोजित हो रही है दिव्यांग कबड्डी प्रतियोगिता

-प्रतियोगिता में अभी तक राज्य की 10 टीमें शामिल होने के लिए पहुंच चुकी है, 29 दिसंबर को होगा समापन 

 पुष्कर : तीर्थ नगरी पुष्कर में स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया फॉर द डिसएबल के तत्वाधान में भारत मे पहली बार तीन दिवसीय अखिल भारतीय दिव्यांग कबड्डी प्रतियोगिता का सोमवार को पुष्कर में रंगारंग कार्यक्रमो के साथ शुभारम्भ हुआ सुप्रसिध्द नगाड़ा वादक नाथूराम एन्ड सोलंकी ने जहां शानदार नगाड़ा की धुन से सभी का दिल जीत लिया तो कालबेलिया नृत्य ने शुभारम्भ में चार चांद लगा दिए। प्रतियोगिता का शुभारम्भ मुख्यातिथि राजस्थान कबड्डी फेडरेशन के अध्यक्ष तेजस्वीसिंह सिंह गहलोत ,पुष्कर एसडीएम सुखाराम पिंडेल , स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया की अध्यक्ष निर्मला रावत बोर्ड ने किया ।

अतिथियों ने मशाल और तिरंगा झंडा हाथ मे लेकर शुभारम्भ किया अतिथियों का माला एवं साफा पहनाकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष आयोजन समिति बसंत सेठी ,उपाध्यक्ष संजय सवेरा सेक्रेटरी रामदेव बंजारा संयोजक राजेंद्र महावर संजय छाबड़ा सहित कई अतिथियों का माला एवं साफा पहनाकर सम्मान किया गया। प्रतियोगिता में कुल 16 टीम आने की संभावना थी लेकिन कुछ राज्यो में कोरोना महामारी ज्यादा फैलने के कारण अनुमति नही मिलने के कारण अभी तक 10 टीमे पहुंची है ।

स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया फॉर द डिसेबल के नेतृत्व में स्वर्गीय जनार्दन सिंह गहलोत दिव्याग ऑर्थोपेडिक स्टडिंग पैरा कबड्डी चैंपियनशिप का आयोजन 27 दिसंबर से 29 दिसंबर तक होटल पुष्कर हेरीटेज के ग्राउंड में किया जा रहा है ।

आयोजन के दौरान देशभर के 10 अलग-अलग राज्यों के 150 दिव्यांग खिलाड़ी हिस्सा लें रहे है। खास बात यह है कि यह प्रतियोगिता देशभर में पहली बार आयोजित की जा रही है इसका संपूर्ण आयोजन जन सहयोग से किया जा रहा है इसका प्रमुख उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को स्पोर्ट के प्रति जागरूक करने उनकी प्रतिभाओं को निकालकर पैरा ओलंपिक खेलों में भेजने के लिए तैयार करना है समिति बोर्ड की राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्मला रावत व बसंत सेठी ने बताया कि मोदी जी की तरफ से पहल है कि दिव्यांग बच्चों को हमारे देश में एक अलग स्थान मिले यह दिव्यांग बच्चो की एक ऐसी फल की दिव्यांग बच्चे क्या कर सकते हैं इस पहल के तहत यह एक बीड़ा उठाया है I

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व खेल मंत्री अशोक चांदना की तरफ से भी यह संदेश है कि दिव्यांग बच्चों को प्राथमिकता दी जाए और देश के कामयाबी में इनको भी जोड़ा जाए और इसे एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई जाए प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए बोर्ड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेंद्र महावर सचिव रामदेव बंजारा समिति के अध्यक्ष बसंत सेठी संजय सेजरा जेलश बंजारा रोहित गोयल मनोज बंजारा सूरज नेहरू पण्डित पूर्व पालिकाध्यक्ष सूरजनारायण पाराशर हलदर उर्फ जितेंद्र पाराशर पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश पाराशर ऋषि भाटी कैलाश रेनबो विष्णु शर्मा सहित अन्य लोग शामिल रहे ।

प्रतियोगिता में शामिल होने आए विभिन्न राज्य के खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में रहने और खाने की शानदार व्यवस्था की सराहना की उन्होंने कहा कि पहली बार प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है हमें बड़ी खुशी हुई हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए सरकार को ऐसी प्रतियोगिता हर जगह करवानी चाहिए ताकि दिव्यांग खिलाड़ी उभर कर सामने आए । प्रतियोगिता में विभिन्न राज्य आये दिव्यांग खिलाड़ी अपनी शानदार प्रतिभा का हुनर दिखा रहे हैं और बड़े उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता में आए विभिन्न राज्य के खिलाड़ियों में काफी उत्साह उमंग देखने को मिल रहा है।

 

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