सेव ह्यूमैनिटी ट्रस्ट द्वारा भारतीय गौरव पुरस्कार 2023, 14 अप्रैल 2023 को होटल गोल्डन टयूलिप ग्वाल पहाड़ी गुड़गांव हरियाणा में आयोजित किया जाना है। इसमें विशिष्ट अतिथि के तौर पर ट्रि मैन नाम से विख्यात नासिर अब्बास को आमंत्रण पत्र भेजा गया है।
नासिर
यथो नाम तथो गुण
नासिर , नाम क़ा अर्थ ही मदद करने वाला । और श्री नासिर अब्बास ने इस नाम को ज़ी कर दिखाया
जामिया यूनिवर्सिटी से सोशल वर्क की पढ़ाई के बाद आप ने रीयल एस्टेट कम्पनी मे काम कर अपने जीविका कमाते हुऐ आपने समाज के पिछड़े वर्ग की शिक्षा से दूरी कम करने हेतु अथक प्रयास किया । वर्ष 2002 मे गुजरात मे हूई सांपदायिक हिंसा के समय आपने मात्र 5 साथियो team abs का गठन किया और लॊगॊ की मदद के लिए कमर कस ली ।
abs – anti breaking system of life , यदि किसी भी इन्सान के जीवन की गाडी किसी भी कारण से जैसे बीमारी , दुर्घटना , हिंसा , बाढ़ , भूकंप इत्यादि के कारण पटरी से उतर जाये तो उसे वापस पटरी पर लाने के लिए श्री नासिर अब्बास अपनी संस्था के स्वयसेवक के साथ सतत प्रयास करते रहते है ।
गोधरा , मुजफ्फर नगर , मेरठ , दिल्ली , बिहार , राजस्थान , मे उनका योगदान बहुत सराहा गया । आप किसी धर्म , पंथ , वर्ण से ऊपर हर साँस लेने वाले मानव जीवन को वेहतर करने क़ा प्रयास करते है ।
वर्ष 2016 मे जब आप अलीगढ़ मे थै तब एक पीपल के 125 साल पूराने पेड़ को सड़क निर्माण हेतु काटा जा रहा था , आपने उत्तर प्रदेश सरकार से अनुमति ले उस वृक्ष को देसी तरीके उसको सफलता पूर्वक स्थानांतरित कराया । जो आज़ पुनः अपने विशाल स्वरूप मे लौट आया है । यह उत्तर प्रदेश को प्रथम सफल वृक्ष स्थानांतरण था । जिसकी भूरि भूरि प्रशंसा करते हुये उत्तर प्रदेश सरकार एवं अन्य संस्थानौ ने उनको सम्मानित किया
2016 से आप लगातार पर्यावरण पर काम कर रहे है , जागरूकता , प्रतिवर्ष 500 से अधिक पेड़ लगाना , उनका सतत ध्यान रखना , जहाँ तक सम्भव हों काटे जा रहे पेडो को बचना , पुनः स्थापित करना , कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयास , सोलर लाइट क़ा प्रयोग को बढ़ावा देना इत्यादि छेत्रों मे अपना उलैख्नीय कार्य किया ।
वर्ष 2020 मे जब दिल्लीः नॉर्थ -ईस्ट से प्रभावित हुआ तब आपने सामाजिक सदभाव , *जियो और जीने दो* से लीगों को जागरूक किया , शिव विहार क़ा शरणार्थी कैम्प मे बहुत कार्य किया । लॊगॊ के जीवन को पुनः पटरी पर लाने के लिए उनको जहाँ एक ओर दबाओ औऱ राशन से मदद की वही उनके आजीविका हेतु स्वः रोज़गार के लिए बहुत प्रयास कर लगभग 1500 से अधिक परिवारो के जीवन मे आमूल चूल परिवर्तन किया ।
कोरोना काल मे श्री नासिर अब्बास क़ा वोह मानवीय चेहरा उजागर हुआ जो एक औऱ सर्व धर्म समभाव औऱ वसुधैव कुटुम्बकम की भावना परिलक्षित करता रहा । आपने NCR के इलाके मे राशन , दबाओ की व्यव्स्था तो की है साथ ही साथ स्वय औऱ वॉलंटियर्स के साथ घऱ घऱ जा कर लॊगॊ की सेवा की । ई्सी समय आपने डॉक्टर्स को एक जुट कर एक WHATSAPP CLINIC प्रारंभ की जिससे देश भर के लॊगॊ ने लाभ उठाया ।
मानवीय भावनाओ क़ा सम्मान करते हुये मृत्य शरीर को उनका अन्तिम संस्कार के अधिकारो के लिए ना केवल मुखर हुई बल्कि आपकी टीम ने लगभग 3000 से अधिक लॊगॊ क़ा अन्तिम संस्कार भी किया । स्वय नासिर ज़ी ने शवों क़ा अन्तिम संस्कार किया जो वास्तव मे अतुलनीय है । कोरोना वौष्विक महामारी के समय आपने प्रयास किया के कोई इंसान बिना रोटी औऱ दवा के ना रह जाये ।
आपने औऱ टीम ने लॊगॊ क़ा घर से ही कोरोना से लड़ाई मे बहुत मदद की औऱ लगभग 3000 कोरोना पीड़ितो क़ा सहयोग किया जिसमे से 2500 से अधिक पीड़ित स्वस्थ हों गये ।
कोरोना टीकाकरण की जागरूकता विशेषकर ग्रामीण इलाकों मे
328 टीकाकरण कैंप , सीनियर सिटिज़न के लिए विशेष कैम्प आपकी बड़ी उपलब्धि है ।
कोरोना प्रभावित जीवन को वापस पटरी पर लाने क़ा अथक प्रयास किया जिसका वर्णन शब्दो मे सम्भव नहीं औऱ जिसकी विशेषता उनकी महान मानवता वादी सोच है ।
*मानवीय भावनाओ से लबरेज , समाज मे वसुधैव कुटुंबकम औऱ जियो औऱ जीने दो की भावना को यथार्थ मे कर के दिखाने वाले , हर दुःखी मानव को साथ देने वाले श्री नासिर अब्बास को आज़ हमारी संस्था Mother Teresa Emblem* से समानित करते हुई गर्व महसूस कर रही है
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