मोबाइल फोन रखना आजकल विकल्प नहीं बल्कि जरूरत है और जब वो खराब हो जाता है तो उसे जल्दी से जल्दी ठीक करवाना और भी जरूरी होता है। ऐसे में जब आप अपने आस पास की किसी दुकान या शोरूम में फोन ठीक कराने देते हैं तो उसे सही होने के चांसेस कितने हैं हमें पता नहीं होता, इस बात की कोई गारंटी भी नहीं होती है कि ये फोन वहां कितना सुरक्षित है और रिपेयर के बाद अगर फिर खराब हुआ तो दुकानदार उसकी जिम्मेदारी लेगा या नहीं। ऐसी जगहों पर रिपेयर के समय कितना पैसा देना चाहिए ये भी तय नहीं होता है। इस अनऑर्गेनाइज सेक्टर को ऑर्गेनाइज करने का फैसला Baba Tools के फाउंडर तरुण मल्होत्रा ने किया।
क्या है Baba Tools?
Baba Tools को तरुण मल्होत्रा ने साल 2008 में शुरू किया था। इस स्टार्टअप को शुरू करने की कहानी बताते हुए तरुण मल्होत्रा ने बताया कि जब को 11th क्लास में थे तब उन्होंने दिल्ली को लोकल मार्केट्स से मोबाइल खरीद कर बेचा करते। प्रॉब्लम तब आती थी जब मोबाइल खराब होने पर वो कस्टमर को कोई अच्छी सर्विस नहीं दे पाते थे, क्योंकि उनके पास मोबाइल रिपेयर करने के लिए सही मोबाइल पार्ट्स और प्रशिक्षित लोग नहीं थे।
इसे देखते हुए ही तरुण मल्होत्रा ने बाबा टूल्स की शुरुआत की, उन्होंने कस्टमर्स को ये भरोसा दिलाया कि अगर वो उनके यहां से प्रोडक्ट्स को खरीदेंगे तो उन्हें रिपेयर में कभी कोई परेशानी नहीं आएगी। उनके इसी यूनिक ऑफर के कारण धीरे धीरे कस्टमर उनके पास आने लगे।
तरुण मल्होत्रा ने ये भी बताया कि अगर कोई उनके साथ मिलकर मोबाइल रिपेयरिंग का ये बिजनेस शुरू करना चाहता है तो एक से देश लाख के बजट के साथ वो इस बिजनेस को शुरू कर सकता है, उसे नाम सिर्फ Baba Tools के ब्रांड होने का फायदा मिलेगा बल्कि उन्हें मोबाइल रिपेयरिंग से जुड़ी प्रॉपर ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
Baba Tools शुरू करने के बाद तरुण मल्होत्रा ने Baba Repair Training को भी शुरू किया। ऐसा करने का कारण तरुण मल्होत्रा ने ये बताया कि रिपेयरिंग के लिए जो भी एडवांस टूल्स थे वो किसी को भी चलाने नहीं आते थे जिसके कारण ये ट्रेनिंग सेंटर शुरू करना जरूरी हुआ। Baba Tools के भविष्य के बारे में तरुण मल्होत्रा का कहना है कि वो भारत के गांव देहात तक अपनी सर्विस को ले जाना चाहते हैं।
क्या है डॉ विवेक बिंद्रा की Baba Tools के बारे में एक्सपर्ट राय
मोटिवेशनल स्पीकर और बिजनेस कोच डॉ विवेक बिंद्रा ने Baba Tools के बारे में बात करते हुए कहा कि मोबाइल रिपेयरिंग का ये क्षेत्र बहुत अनऑर्गेनाइज था जिसे तरुण मल्होत्रा ने ऑर्गेनाइज बनाने की अच्छी कोशिश की है।
इस बिजनेस मॉडल को और बेहतर ग्रो करने के लिए अपनी एक्सपर्ट राय देते हुए डॉ बिंद्रा ने कहा कि कुछ खास बातों का ध्यान भी रखना चाहिए। जैसे आप कितने लोगों को प्रशिक्षण दे पा रहे हैं? ट्रेनिंग का सक्सेस रेट क्या है? लोग कितनी बार आपके टूल्स को रिऑर्डर करते हैं? आपकी सेल्स में कितनी ग्रोथ होती है? आपकी सर्विस की कॉस्ट क्या है?
Baba Tools ने अपनी शुरुआत करोल बाग़ में एक छोटी जगह से की थी लेकिन आज इस स्टार्टअप का रेवेन्यू करोड़ों में है, हजारों लोगों को वो ट्रेनिंग दे चुके है जिनमें से ज्यादातर लोग अपना बिजनेस शुरू कर चुके हैं, उनका सक्सेस रेट 90% है। डॉ बिंद्रा के हिसाब से Baba Tools एक जॉब क्रिएटर बिजनेस है जो हमेशा लोगों को फायदा पहुंचाएगा।
डॉ विवेक बिंद्रा का मकसद भी हमेशा से लोगों को बिजनेस और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना रहा है, वो सालों से लोगों को बिजनेस कोचिंग देते आए हैं। देश है हर व्यक्ति बिजनेस सीख सके इसके लिए उन्होंने 10 Day MBA प्रोग्राम को लॉन्च किया है जहां स्टार्टअप से जुड़ी हर जरूरी लर्निंग वो फ्री में लोगों को उपलब्ध करवा रहे हैं।
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