जयपुर। पाश्चात्य संस्कृति को अपनाने की होड़ में हम खुद की संस्कृति से दूर होते जा रहे है। सदियों से चली आ रही अपनी पारंपरिक लोक कला संस्कृति और पहनावे को भूलते जा रहे हैं। लुप्त होती राजस्थानी विरासत, कला संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए बीइंग बाईसा ग्रुप की ओर से सतरंगी घूमर-द कल्चर ऑफ़ राजस्थान कार्यक्रम का आयोजन सिरसी रोड स्थित हाइनेस पैराडाइज में किया गया।
राजपूत क्षत्राणियों को एक मंच पर लाकर अपनी संस्कृति के प्रति जाग्रति एवं आपसी स्नेह भाव को बढाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में राजपूत महिलाओं द्वारा घूमर नृत्य, रैंप वॉक और अन्य एक्टिविटीज की गई। आयोजन के दौरान राजस्थानी सिंगर अनुप्रिया लाखावत और रजनीगंधा शेखावत ने राजस्थानी संस्कृति से भरपूर गानों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर सभी महिलाएं परंपरागत परिधानों में मौजूद रही। इस कार्यक्रम में लंगा एवं लोकसंगीत की धुन पर पारंपरिक नृत्य घूमर के साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। जिसमें मिस सतरंगी राजल शेखावत और मिसेज सतरंगी डिंपल बाईसा रही।
कार्यक्रम की आयोजनकर्ता सोनू राठौड़, संयोगिता भाटी, सिमी राठौड़ और कुसुम राठौड़ ने बताया कि घूमर नृत्य राजस्थान की पहचान है. घूमर नृत्य देश ही नहीं विदेश में अपनी खास पहचान रखता है, लेकिन युवा पीढ़ी अपने लोक नृत्य को भूलती जा रही है. खासकर घूमर नृत्य जो हमारी संस्कृति और सभ्यता से जुड़ा हुआ है. घूमर को प्रमोट करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिससे युवा पीढ़ी अपनी लोक संस्कृति और सभ्यता से जुड़े रहे।
इस कार्यक्रम में अनुप्रिया लाखावत और रजनीगंधा शेखावत सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ता भी शिरकत करेंगे। अगला कार्यक्रम जोधपुर में जल्द ही किया जायेगा।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि अनुप्रिया लाखावत, रजनीगंधा शेखावत और पूनम खंगारोत सहित अन्य महिलाएं मौजूद रही।
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